सबके साथ समानता से व्यवहार करने की सबके मन में प्रेम भाव जगाने की। सबके साथ समानता से व्यवहार करने की सबके मन में प्रेम भाव जगाने की।
आज नारी लोकव्यवहार व नेग रिवाज ही नहीं अपने कंधों पर है भारी जिम्मेदारी उठा रही, स् आज नारी लोकव्यवहार व नेग रिवाज ही नहीं अपने कंधों पर है भारी जिम्मेदारी उठा ...
पहले कभी सोचा नहीं कि अपने लिए भी कभी कुछ करूँ, सोचती हूँ कि अपने हिस्से की जिंदगी अब पहले कभी सोचा नहीं कि अपने लिए भी कभी कुछ करूँ, सोचती हूँ कि अपने हिस्से की ज...
दो फुट की चटाई में मैं कैसे सिमटकर सोता हूं।। दो फुट की चटाई में मैं कैसे सिमटकर सोता हूं।।
ट्रैक्टर के बहाने मनुष्य की यांत्रिकता पर कुछ सवाल... ट्रैक्टर के बहाने मनुष्य की यांत्रिकता पर कुछ सवाल...
सुबह जीवन की सार्थकता है... सुबह जीवन की सार्थकता है...